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तू चल मैं आता हूँ, चुपड़ी रोटी खाता हूँ| ठंडा पानी पीता हूँ, हरी डाल पर बैठा हूँ| Above two rhythmic lines take us to the ...
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रघुबीर तुम जगदीश माया जानकी | ब्रह्मांड के तुम बीज , ऋतु अनुकूल माता जानकी | तुम मेघ वर्ण श्यामल , तुम कमल नयन ...
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एकैवाहं जगत्यत्र द्वितीया का ममापरा। "I alone exist in this universe. Who else is there beside me?” When a baby is inside mother's ...
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